उत्तर प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है क्यूंकि यूपी में स्नातकोत्तर तकनीकी डिप्लोमा, कौशल विकास, पैरा मेडिकल एवं नर्सिंग सहित अन्य पाठ्यक्रमों के 40 से 50 लाख छात्रों को हर साल स्मार्टफोन और टैबलेट वितरित किए जाएंगे जाने पूरी ख़बर विस्तार से। आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है।
जानकारी के मुताबिक एक साल में दो करोड़ टैबलेट या स्मार्टफोन बांटने से सरकार पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है। वहीं, पहले दौर के अनुभव को देखते हुए एक साल में इतनी बड़ी संख्या में स्मार्टफोन और टैबलेट उपलब्ध कराने में भी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए विभाग ने हर साल 40 से 50 लाख टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने का प्रस्ताव रखा है. इस पर सरकार को हर साल करीब 5 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि यह योजना पांच साल तक चलेगी.
इससे दो करोड़ का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा। वर्ष 2022-23 के लिए बजट अनुमोदन एवं प्रशासनिक अनुमति का प्रस्ताव भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही नए सिरे से मापदंड तय कर टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
सभी छात्र को मिले टैबलेट स्मार्टफोन
भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत पांच साल में दो करोड़ छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन बांटने का ऐलान किया है. इसके तहत उच्च शिक्षा से जुड़े हर छात्र के हाथ में टैबलेट या स्मार्टफोन देने का लक्ष्य है। इससे छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में आसानी होगी। प्रवेश परीक्षाओं, प्रतियोगी और भर्ती परीक्षाओं की जानकारी के साथ-साथ उनके आवेदन में भी मदद मिलेगी।